कोलकाता-7 फरवरी 2021

बीग ब्रेकिंग न्यूज़
कोलकाता-7 फरवरी 2021
नेतृत्व के सवाल पर पिछले 5 वर्षों से विभिन्न खेमा में विभाजित
अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा को एक सूत्र में पिरोने तथा महासभा में संवैधानिक चुनाव कराने हेतु आज महासभा के प्रधान कार्यालय 91 नंबर नेताजी सुभास रोड कोलकाता मैं,
कोलकाता महानगर में निवास करने वाले चंद्रवंशीयो की आम सभा हुई।
आम सभा में सर्वसम्मति से दिनांक 17 जनवरी 2021 को जरासंध भगवान दरोगा राय पथ पटना में संपन्न राष्ट्रीय आम सभा में लिए गए सभी निर्णय को समर्थन किया गया।
चुकि वर्तमान में महासभा का कोई संवैधानिक समिति किसी भी स्तर पर कार्यरत नहीं है
इसलिए जब तक संवैधानिक चुनाव नहीं हो जाता है,
तब तक महानगर का संचालन हेतु 21 सदस्य मिल्लत समिति का गठन किया गया।
कोलकाता महानगर के चुनाव कराने हेतु श्री उद्धेश्वर सिंह जी पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष को मुख्य चुनाव प्रभारी एवं अन्य दो सदस्य निर्वाचित किए गए।
एक अन्यप्रस्ताव पारित कर यह निर्णय लिया गया कि दिनांक 14 फरवरी को पटना मेंआयोजित मिल्लत एवं चुनाव समिति की बैठक में कोलकाता महानगर के प्रस्ताव को लेकर
कोलकाता से प्रतिनिधिमंडल जाएंगे।
सभा की अध्यक्षता श्री योगेश सिंह पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व महामंत्री पश्चिम बंगाल ने की। श्री ललन सिंह पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री और श्री प्रेम सिंह पूर्व महानगर अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से सभा का संचालन किया।
सभा में काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया और दर्जनों प्रतिनिधियों ने आम सभा को संबोधित किये।

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मगध सम्राट जरासंध जी के संदर्भ में भारत सरकार के अटॉर्नी जनरल के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में गलत टिप्पणी करना निंदनीय है! संपूर्ण भारतवर्ष के चंद्रवंशी समाज इसका घोर निंदा करते हैं और भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और कानून मंत्री से यह मांग करते हैं कि देश के करोड़ों चंद्रवंशीओ के भावना को कद्र करते हुए सम्राट जरासंध के संदर्भ में किए गए गलत टिप्पणी को अटॉर्नी जनरल वापस ले नहीं तो इनके विरोध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए !इन्हें बर्खास्त किया जाए !सम्राट जरासंध जाली नोट और भ्रष्टाचार के प्रतीक नहीं थे ! सम्राट जरासंध मजबूत इरादे वाले अपने वचन के पक्के महान शिव भक्त थे ! जो भी मानव के रूप में जन्म लिया है उससे एक दिन मरना होगा! पर सम्राट जरासंध इतने सौभाग्यशाली थे कि भगवान श्री कृष्ण के युक्ति से उनको मुक्ति मिली!