अपने राजनैतिक ताकत के बल पर, सौ पचास लोगों को इकट्ठा करके ,अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा का अध्यक्ष महामंत्री , खुद को घोषित कर देना बहादुरी नहीं ?बहादुरी तो तब होगा जब सर्वसम्मति से सभी लोग अध्यक्ष महामंत्री के खिताब से नवाजे? एकीकरण समिति!