धनावा, बोधगया बिहार में 5 अक्टूबर 2025 को असामाजिक तत्वों द्वारा मगध सम्राट जरासंध महाराजा के मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने के विरोध में पूरे भारत में चंद्रवंशी क्षत्रिय समाज के व्यक्तियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया
द्वापरयुग कालीन मगध देश के प्रतापी महाराजा सम्राट जरासंध जो मगधवासी चंद्रवंशी क्षत्रियों के शान है, इनके सुंदर प्रतिमा को कुछ असमाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त किया, जिसके कारण पूरे भारत देश में चंद्रवंशियों में आक्रोश है और चंद्रवंशियों ने विरोध प्रदर्शन के साथ कैंडल मार्च भी किया। यह प्रदर्शन बिहार के विभिन्न जिलों, बंगाल, झारखंड और देश की राजधानी दिल्ली में भी किया गया हैं। बिहार सरकार ने आश्वासन दिया है कि असामाजिक तत्वों की पहचान कर दंडित किया जाएगा।
✨ सम्राट जरासंध प्रतिमा, धनावा (बोधगया) के संदर्भ में जिला पदाधिकारी गया से मिला अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा एवं मगध सम्राट जरासंध क्लब के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ✨
गया, बिहार – धनावा (बोधगया) स्थित सम्राट जरासंध प्रतिमा के खंडित होने की घटना को लेकर 6 सितंबर को अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा एवं मगध सम्राट जरासंध क्लब का संयुक्त एक प्रतिनिधिमंडल जिला पदाधिकारी, गया से मिला।
प्रतिनिधिमंडल ने जिला पदाधिकारी से आग्रह किया कि प्रतिमा को खंडित करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए तथा खंडित प्रतिमा के स्थान पर नई प्रतिमा पुनः स्थापित की जाए। जिला पदाधिकारी ने इस पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया और कहा कि प्रशासन इस मामले में पूरी गंभीरता से कार्य करेगा, साथ ही उन्होंने प्रतिमा स्थल को आकर्षक एवं सुरक्षित बनाने के लिए प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा स्थायी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
6 अक्टूबर 2025 को इस अवसर पर मंत्री डॉ. प्रेम कुमार भी प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और पुलिस पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने जिला पदाधिकारी से मोबाइल पर वार्ता कर प्रतिनिधिमंडल से मिलने का समय सुनिश्चित कराया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख सदस्यों में —
सुरेंद्र सिंह (अध्यक्ष, मगध सम्राट जरासंध क्लब),
डॉ. पिंटू राम, पुकार सिंह, रामाधार सिंह, छोटू चंद्रवंशी, पप्पू कुमार, विजय मांझी, चंदन कुमार (सनी चंद्रवंशी), चिंटू सिंह, गोरेलाल सिंह, एवं संजू सिंह आदि उपस्थित रहे।





