महासभा में लोकतंत्र की जश्न कब होगी

वर्चुअल(ऑन 16/5/2021) मीटिंग के लिए कुछ अहम जानकारी आप सबों के लिए प्रस्तुत है।👇👇👇

अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा में लोकतंत्र का जष्ण कब होगा?

अ. भ. च. क्ष. महासभा संगठन एक है पर दावेदार अनेक है। क्यों ?

  ◆अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा देश का शायद पहला समाजिक संगठन है,जिसमें एक अध्यक्ष की जगह अनेक अध्यक्ष एक साथ होने का दावा करते रहे हैं। जबकि महासभा के मूल संविधान में संगठन का चुनाव प्रतिवर्ष के सम्मेलन में सर्व सम्मति से या एक से अधिक उम्मीदवार होंने पर गुप्त मतदान द्वारा एक राष्ट्रीय अध्यक्ष और एक रार्ष्ट्रीय महामंत्री का चुनाव कराने का प्रावधान है। 
◆कालांतर में संगठन के संविधान या कुछ दस्तावेजों में प्रस्तावित परिवर्तन के अनुसार महासभा कार्यकाल दो वर्ष कर दिया गया है। फिर भी कई वर्षों से इस संगठन का चुनाव नहीं हो सका है। इसके बाबजूद भी कई लोग अपने आपको स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करके अपने नेतृत्व में चलने वाले संगठन को महासभा का असली अध्यक्ष बताने का दम भर रहे हैं। 

◆ इतना ही नही बल्कि इन विसंगतियों को दूर करने के लिए एक मामला सिटी कोर्ट कोलकाता में टाइटल सूट नंबर 313/16 बैंच न0 आठ में अभी भी विचाराधीन है?
मार्च 2017 में ही न्यायालय ने एक अंतरिम आदेश दिया है कि अगर कोई भी ग्रुप अ.भा. च. क्ष.महासभा (2145/1912) का चुनाव कराता है तो वह परिणाम की घोषणा नहीं करेगा और ना ही वह चुनाव किसी भी स्थिति में लागू माना जाएगा जब तक कि न्यायालय से आदेश प्राप्त नहीं कर ले? 2017 से लेकर आज तक कोई भी ग्रुप कोर्ट के आदेश के अनुरूप चुनाव नहीं करा सका है।।
◆फिलहाल आदरणीय डॉ प्रेम कुमार जी(पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक बिहार सरकार तथा बिहार विधानसभा में याचिका समिति के वर्तमान अध्यक्ष) जी करीब *करीब 10 वर्षों से इस संगठन( *अ.भा. च. क्ष. महासभा* के अध्यक्ष के पद पर काबिज है। उन्होंने एक चुनाव समिति का गठन किया है और सदस्यता अभियान भी प्रारंभ कर दिया है।
अ.भा. च. क्ष. महासभा (2145/1912) का दूसरा पक्ष के अध्यक्ष झारखंड के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक आदरणीय रामचंद्र बाबू के सुपुत्र डॉ ईश्वर सागर जी है जो कि 27/6/2016 से रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी है। *साथ साथ अपने आपको महासभा का असली अध्यक्ष होने का दावा करके संगठन भी चला रहे हैं। *2017 से 24/1/ 2021* के बीच में अपने ग्रुप के तीन बार नए महामंत्री का चुनाव या मनोनयन कर चुके हैं। जब कि न्यायालय में इनके पक्ष के दो महामंत्री आदरणीय रामनाथ चंद्रवंशी जी और आदरणीय ललन सिंह जी महामंत्री के रूप में डिफेंडेंट है।इसके बावजूद भी इन्होंने 24 जनवरी 2021 को आम सभा बुलाकर एक और नए महामंत्री आदरणीय श्री राजु चंद्रवंशी जी( कोलकाता) को मनोनीत कर घोषणा कर दिया है*। इतना ही नही बल्कि *अपने ग्रुप का चुनाव कराने हेतु चुनाव समिति की भी घोषणा कर दिए है* जो महासभा के मूल संविधान के अनुसार बिल्कुल असंवैधानिक है। क्योंकि राष्ट्रीय महामंत्री और अध्यक्ष दोनो आम चुनाव के द्वारा ही चुने जाते है।
◆ विदित हो कि महासभा का मूल संविधान एवं 2007 में संशोधन हेतु प्रस्तावित संविधान दोनों के मुताबिक दोनों पक्षों का कार्यकाल समाप्त हो गया है।महासभा की इस समय कोई संवैधानिक समिति नहीं रह गई है*। *इसलिए महासभा के पूर्व राष्ट्रीय महामन्त्री तथा कोलकाता स्थित महासभा का निबंधित एवं प्रधान कार्यालय के प्रभारी श्री शिवपूजन सिंह जी ने 17 जनवरी 2021 को पटना में सभी आजीवन सदस्यों, पूर्व पदाधिकारियों एवं पूर्व सक्रिय सदस्यो का आमसभा बुलाया।* जिसमें भारी संख्या में संबंधित लोगों ने भाग लिया। *इस आमसभा में यह निर्णय लिया गया कि :-
*(१)* चूँकि महासभा के संविधान के अनुसार आज राष्ट्रीय स्तर पर महासभा की कोई भी संवैधानिक समिति नहीं है, इसलिए यह आम सभा महासभा के नाम पर चलने वाले सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करती है।
(२) महासभा का संवैधानिक चुनाव कराने हेतु एक चुनाव समिति का गठन किया गया! जिसमें श्री बिंदेश्वरी प्रसाद जी को मुख्य चुनाव प्रभारी बनाया गया।

*(३) ग्रुप के नाम पर महासभा में बटे पदाधिकारियों एवं आजीवन सदस्यों को चुनाव में सम्मिलित कराने हेतु *एक मिल्लत समिति* का गठन किया गया जिसकी बैठक 14 फरवरी 2021 को हुई।
*(४) इस बीच मिल्लत समिति के सदस्य अलग अलग ग्रुपों में बटे महासभा के पदाधिकारियों से फोन द्वारा संपर्क करने का प्रयास किये और उन्हें समझा-बुझाकर एवं संविधान का बोध कराते हुए संवैधानिक चुनाव में सम्मिलित होने एवं 14 फरवरी के मिल्लत समिति की बैठक में बुलाने का प्रयास भी किये?
*(५)इस बीच कार्यालय प्रभारी श्री शिवपूजन सिंह जी अगली बैठक तक के लिए महासभा कार्यालय प्रभारी के साथ-साथ मिल्लत कमेटी को कोऑर्डिनेट करते रहे और आम सभा में लिए गए निर्णय को लागू कराने हेतु कार्य करते रहे।
महासभा एकीकरण टीम ने भी इस संवैधानिक आम सभा के निर्णय को हार्दिक समर्थन किया है।
(6) आम सभा की मिल्लत समिति की प्रस्तावित बैठक 14/2/2021 को विधिवत हुई।उसमे निर्णय लिया गया कि कोर्ट के आदेशानुसार सदस्यता अभियान चलाकर महासभा का राष्ट्रीय चुनाव करवा लिया जाय। इस बाबत माननीय श्री बी पी सिंह को चुनाव प्रभारी और माननीय अधिवक्ता श्री गौरव नारायण भारती को चुनाव आयुक्त बनाया गया है। जो विधिवत अपना अपना कार्य कर रहे है। दिनांक 17 जनवरी 2021 के आम सभा में तथा दिनांक 14 जनवरी 2021 को मिल्लत / एकीकरण तथा चुनाव समिति की बैठक लिए गए निर्णय को आम जनों के बीच में पहुंचाने हेतु दिनांक 7 मार्च 2021 से मगध सम्राट जरासंध अखाड़ा राजगीर से रथ यात्रा प्रारंभ की गई !परंतु कोरोनाकाल की वजह से रथ यात्रा को दिनांक 5 अप्रैल 2021 को स्थगित कर देना पड़ा! इन्हीं कारणों से सदस्यता का काम पूरा नहीं हो सका जिसके चलते चुनाव तिथि की घोषणा करवाने में चुनाव समिति असमर्थ रही है।

उपर्युक्त वर्णित घटनाक्रम को देखते हुए और कोरोनकाल ने महासभा के हितैषियों और चाहनेवाले को एक बार फिर याद दिलाया कि क्यों न एक बार फिर अपने समाज की धरोहर समान महासभा के एकीकरण का प्रयास नए सिरे से बल दिया जाय।शायद इसी सोच का परिणाम है कि चंद्रवंशी डेलीगेट एकीकरण व्हाट्सअप ग्रुप का निर्माण कर आगे की कार्यवाही हेतु अग्रसर है।
अब 16/5/2021 की वर्चुअल मीटिंग पर आगे बढ़ने की मंगल कामना करते है।

क्या हम सभी चंद्रवंशी क्षत्रिय भाई यह संकल्प लेंगे कि अपने पूर्वजों द्वारा बनाए गए अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के संविधान में आस्था व्यक्त करेगे।महासभा के किसी भी ग्रुप को कोई समर्थन नहीं करेंगे और इसके संविधान में वर्णित प्रावधानों के तहत महासभा का संवैधानिक चुनाव कराकर महासभा से ग्रुप बाजी को सदा सदा के लिए समाप्त कर देगे।
अगर ऐसा हम व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से करने का संकल्प लेते हैं तो पूर्वजों की बनायी हमारी महासभा में लोकतंत्र की जय जयकार होगी। समस्त चंद्रवंशीयों की जय होगी। समाज का एक संगठन और एक नेतृत्व होगा।

जयन्त कु सिंह चन्द्रवंशी
भूतपूर्व वायु सैनिक
🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏

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